बिखर गई थी भीनी सी एक खुशबू जीवंत हो उठे कुछ विस्मृत अद्वितीय पल । बिखर गई थी भीनी सी एक खुशबू जीवंत हो उठे कुछ विस्मृत अद्वितीय पल ।
एक नारी होती है शक्तिशाली ममतामयी वीरांगना। एक नारी होती है शक्तिशाली ममतामयी वीरांगना।
आस्था की है तू लहर है अमृत तू इस धरा पर। आस्था की है तू लहर है अमृत तू इस धरा पर।
न हो इसका अपमान रखेंगे सदा इसका ध्यान तन मन न हो विचलित दूर रहकर भी देंगे साथ। न हो इसका अपमान रखेंगे सदा इसका ध्यान तन मन न हो विचलित दूर रहकर भी देंगे साथ...
जो मैंने दिया था अपने माँ-बाप को, उनकी वृद्धावस्था में। जो मैंने दिया था अपने माँ-बाप को, उनकी वृद्धावस्था में।
यही जीवन का सार है। यही जीवन का सार है।